दोस्तों आज हम इस लेख में इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में विस्तार से जानकारी देखेंगे। शेयर मार्केट सीखते समय कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान होना बहुत जरूरी होता है। अगर आप सभी कैंडलेस्टिक पेटर्न को अच्छे से पहचान सकते है, तो उसका उपयोग करके आप शेयर मार्केट में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
हमारी अर्थव्यवस्था के साथ हमारा शेयर मार्केट भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हर कोई शेयर मार्केट सीखना चाहता है। लेकिन शेयर मार्केट सीखते समय आपको इन कैंडलेस्टिक पैटर्न को भी जरूर सीखना चाहिए।
इस लेख में इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न कैसे, कब तैयार होता है, इसकी पहचान कैसे करें, पैटर्न के पीछे की साइकोलॉजी आदि विषयों पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे।
मैं आपसे वादा करता हूं कि अगर आपने यह आर्टिकल अच्छे से पढ़ लिया तो आपको “Evening Star Candlestick Pattern In Hindi ” यह फिर से सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या है ( Evening Star Candlestick Pattern )
यह एक ट्रिपल कैंडलेस्टिक पेटर्न है जिसमें तीन कैंडल्स तैयार होकर इस पैटर्न का निर्माण होता है।
जब ट्रेंड ऊपर की तरफ होता है पहले बुलिश कैंडल तैयार होती है, उसके बाद एक गैप अप ओपनिंग होकर दूसरी छोटी बॉडी वाली कैंडल तैयार होती है, आखिर में तीसरी कैंडल बड़ी और बेयरिश तैयार होती है तब इन तीनों कैंडल्स को संयुक्त रूप में इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न कहा जाता है।
तीसरी बेयरिश कैंडल जितनी बड़ी होगी उतना ही मार्केट मजबूती से नीचे जाने का संकेत देता है।
आसान भाषा में हम कह सकते हैं कि, जब मार्केट में ट्रेंड ऊपर की तरफ होता है तब तीन कैंडल्स तैयार होती है, जिसमें पहली बड़ी बुलिश कैंडल होती है, दूसरी कैंडल छोटी सी लेकिन बेयरिश या बुलिश हो सकती है, तीसरी कैंडल बड़ी बेयरिश होती है।
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न मार्केट को ऊपर से नीचे की तरफ जाने का संकेत देता है इसलिए इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को बेयरिश रिवर्सल कैंडलेस्टिक पेटर्न कहा जाता है।
दोस्तों कैंडलेस्टिक पेटर्न की खोज एक जापानी व्यापारी होम्मा मुनेहिसा ने की थी। जापानी लोग इसका उपयोग व्यापार में करते थे। लेकिन बाद में इसका उपयोग शेयर मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए किया जाने लगा।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की संरचना और निर्माण (Evening Star Candlestick Pattern formation)
दोस्तों चलिए जानते हैं इस कैंडलेस्टिक पैटर्न का निर्माण और संरचना कैसे होती है।
1) ट्रेंड
यह पैटर्न मार्केट का ट्रेंड जब ऊपर की तरफ जा रहा होता है तब रेजिस्टेंस लेवल पर होता है ।
2) कैंडल्स
इस पैटर्न में कुल मिलाकर तीन कैंडल्स होती है। पहली बड़ी बुलिश कैंडल होती है। जिसका रंग हरा होता है। दूसरी बुलिश/बेयरिश कैंडल होती है। जिसके रंग को ज्यादा महत्व नही दिया जाता। तीसरी बेयरिश कैंडल होती है। जिसका रंग लाल होता है।
3) बॉडी
पहली कैंडल बड़ी बुलिश होती है। जिसकी बॉडी बड़ी और हरे रंग की होती है।
दूसरी कैंडल छोटी तैयार होती है। जिसका रंग हरा या लाल दोनों में से कौन सा भी हो सकता है। इस कैंडल में रंग को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता।
तीसरी कैंडल बड़ी बारिश तैयार होती है। जिसकी बॉडी पहले बुलिश कैंडल के बराबर होती है।
4) शैडो
इस कैंडलेस्टिक प्रकार में पहले और तीसरे कैंडल को शैडो बॉडी नहीं होती। कभी कबार शैडो होती भी नहीं। लेकिन दूसरी छोटी कैंडल को बॉडी से बड़ी शैडो होती है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का शेयर मार्केट में अर्थ
इवनिंग का मतलब शाम का समय होता है। और स्टार का मतलब तारा होता है। लेकिन शेयर मार्केट में इवनिंग स्टार का मतलब थोड़ा सा अलग लिया जाता है।
ऊपर आपको एक चित्र दिखाया गया है। उस चित्र में ऊपर की तरफ ट्रेंड जाता हुआ दिखाई दे रहा है, ऊपर जाते हुए ट्रेंड के लिए एक बुलिश कैंडल तैयार होती है। बाद में दूसरी छोटी कैंडल तैयार होती है जो तारे की तरह दिखाई देती है। आखरी तीसरी बेयरिश कैंडल तैयार होकर ट्रेंड नीचे की तरफ जाने का संकेत देती है। इन तीनों कैंडल्स को मिलाकर एक साथ इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान (Evening Star Candlestick Pattern identification)
कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान करना जरूरी होता है ।पहचान करने के बाद ही आप इसका अच्छे से उपयोग कर सकते हैं।
1) ट्रेंड को समझे
पैटर्न की पहचान करने से पहले आपको ट्रेंड किस तरफ जा रहा है इसकी पहचान का नहीं जरूरी होती है। क्योंकि यह पैटर्न हमें ऊपर की तरफ दिखाई देता है। इसलिए सबसे पहले ट्रेंड किस तरफ जा रहा है इसकी पहचान करनी है।
2) कंफर्मेशन
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न तीन कैंडल्स को मिलाकर तैयार होता है, इसीलिए आपको तीनों कैंडल्स अच्छे से तैयार होने तक इंतजार करना है, और तीनों कैंडल तैयार हुई है या नहीं इसका कंफर्मेशन लेना है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का महत्व (Evening Star Candlestick Pattern Importance)
हर एक कैंडलेस्टिक पेटर्न का अपना महत्व होता है। यह कैंडलेस्टिक पेटर्न कौन से ट्रेंड में और किस समय बनता है इस पर कैंडलेस्टिक पैटर्न का महत्व निर्भर होता है।
अपना शेयर मार्केट का बेसिक अच्छे से सीखा है, वह लोग कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान करने के बाद इसका अच्छा उपयोग करते हैं।
लेकिन जिन लोगों को अनुभव की कमी है और खुद के मन पर काबू नहीं है वह यह कैंडलेस्टिक पेटर्न दिखाई देने के बाद भी इस कम महत्व देते हैं।
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न हमें रेजिस्टेंस लेवल पर दिखाई देने पर ही इसे ज्यादा महत्व देना चाहिए। क्योंकि तभी यह कैंडलेस्टिक पेटर्न हमें मजबूत संकेत देता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न में ट्रेड कब करें (Evening Star Candlestick Pattern Trading)
इस कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान करने के बाद आपको ट्रेड कब लेना चाहिए इसकी जानकारी होना भी जरूरी है।
चलिए जानते हैं कि यह कैंडलेस्टिक पेटर्न दिखाई देने के बाद ट्रेड कब लेना चाहिए।
1) पहले आपको ट्रेंड किस तरफ जा रहा है इसकी पहचान करनी है। जब मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है तब पैटर्न की पहचान कर ट्रेड लेना चाहिए।
2) ट्रेंड को कंफर्म करने के बाद पैटर्न तैयार होने पर आपको तीनों कैंडल्स को कंफर्म करने के बाद चौथी बेयरिश कैंडल तैयार होने पर ट्रेड में एंट्री लेनी है।
3) ट्रेड में एंट्री लेते समय आपको एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पहले से फिक्स करने की कोशिश करनी है।
4) ट्रेड पूरा होने पर आपको खुद का मूल्यांकन करना है। ट्रेड में नुकसान हो या मुनाफा हो, हर वक्त आपको ट्रेड लेने के बाद खुद पर कंट्रोल रख कर खुद का एनालिसिस करना चाहिए।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न स्टॉप लॉस और टारगेट (Evening Star Candlestick Pattern Stoploss and Target)
शेयर मार्केट में उतरने के बाद हर एक ट्रेंड को स्टॉपलॉस और टारगेट लगाना जरूरी होता है। अगर आप स्टॉप लॉस नहीं लगते तो आपको भारी नुकसान का सामना हो सकता है। इसीलिए पेपर ट्रेडिंग करते समय ही स्टॉप लॉस और टारगेट लगाने की प्रैक्टिस करनी चाहिए।
चलिए एक उदाहरण से जानते हैं कि इस कैंडलेस्टिक पेटर्न में स्टॉपलॉस और टारगेट कैसे लगे।
1) इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न टारगेट
मान लीजिए कि ट्रेंड ऊपर की तरफ जा रहा था, और आपको इवनिंग स्टार पैटर्न दिखाई देता है तो
दूसरी इवनिंग स्टार कैंडल का
हाई प्राइस = 1600
लो प्राइस =
तीसरी बेयरिश कैंडल का
हाई प्राइस = 1540
लो प्राइस = 1500
अगर इवनिंग स्टार कैंडल के तीसरे कैंडल का लो ब्रेक होने पर
आपका टारगेट = एंट्री पॉइंट – ( इवनिंग स्टार हाई – एंट्री पॉइंट)
आपका टारगेट = 1500 – ( 1540 – 1500 )
आपका टारगेट = 1500 – 40
आपका टारगेट = 1460 पर होना चाहिए।
पेपर ट्रेडिंग करते समय अगर आपने इसकी अच्छे से प्रैक्टिस की तो आप कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ाने के बाद धीरे-धीरे टारगेट बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं।
2) इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न स्टॉपलॉस
हर एक नए ट्रेडर को स्टॉप लॉस लगाना जरूरी है। इस कैंडलेस्टिक पेटर्न में भी आपको स्टॉपलॉस लगाना जरूरी है। ऊपर दिए गए उदाहरण में आपका स्टॉपलॉस 1600 पर होना चाहिए।
मॉर्निंग स्टार और इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का फर्क (Morning star and Evening star candlestick pattern )
1) ट्रेंड
मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न नीचे की तरफ जाते हुए ट्रेंड में सपोर्ट लेवल पर तैयार होता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न ऊपर की तरफ जाते हुए ट्रेंड पर रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार होता है।
2) रिवर्सल संकेत
मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न मार्केट नीचे से ऊपर की तरफ जाने का बुलिश रिवर्सल संकेत देता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न मार्केट ऊपर से नीचे की तरफ जाने का बेयरिश रिवर्सल संकेत देता है।
3) प्रभाव
मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होने के बाद खरीदारों का प्रभाव बढ़ता है। और सेलर्स का प्रभाव कम होता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होने के बाद सेलर्स का प्रभाव बढ़ता है और खरीददारों का प्रभाव कम होता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की साइकोलॉजी (Evening Star Candlestick Pattern Psychology)
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न दिखाई देने के बाद मार्केट का ट्रेंड चेंज होकर ऊपर से नीचे चला जाता है। इस ट्रेन के चेंज होने का कारण ट्रेडर के साइकोलॉजी में हुआ बदलाव होता है।
तो चलिए जानते कि यह पैटर्न दिखाई देने के बाद साइकोलॉजी में क्या बदलाव होता है।
1) यह पैटर्न तैयार होने से पहले मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है , तब खरीददार की साइकोलॉजी मजबूत होती है। वह शेयर्स को बड़े लेवल पर खरीद कर मार्केट ऊपर की तरफ ले आए हुए होते हैं।
लेकिन यह पैटर्न दिखाई देने के बाद वह खरीदी कम कर देते हैं।
2) यह पैटर्न निर्माण होने पर सेलर्स मार्केट में एक्टिव हो जाते हैं। और बड़े लेबर पर बिक्री शुरू कर देते हैं। इस कारण से मार्केट में सेलर्स का प्रभाव पड़ता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न Advantage and Disadvantage
ट्रेडिग करते समय अगर आपने खुद पर काबू रखा तो शेयर मार्केट में आप एडवांटेज उठा सकते हैं, लेकिन अगर खुद पर काबू न होने के कारण आपको डिसएडवांटेज भी हो सकते हैं।
A) एडवांटेज
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न अच्छे से पहचान आने पर आपको कुछ एडवांटेज हो सकते हैं।
1) संकेत
अगर आपने इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को अच्छे से पहचान लिया तो यह मार्केट ऊपर से नीचे से जाने का संकेत देता है। उसे संकेत को आप जान सकते हैं।
2) दृष्टिकोण
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न दिखाई देने के बाद सेलर्स और बायर्स के दृष्टिकोण में क्या बदलाव होता है, इसका अंदाजा हमें आता है।
3) मल्टीपल टाइम फ्रेम
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न हमें मल्टीप्ल टाइम फ्रेम में दिखाई देता है इस कारण से इसे हम सभी जगह उपयोग कर सकते हैं।
B) डिसएडवांटेजेस
अगर आपने इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को पहचानने में गलती कर दी तो आपको डिसएडवांटेज उठाने पड़ सकते हैं।
1) गलत निर्देश
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न अगर ऊपर की तरफ जाते हुए तैयार नहीं हुआ। गलत ट्रेंड में इसका निर्माण हुआ तो उसे ट्रेन में आप इसे पहचान कर गलती कर सकते हैं।
2) रिस्क एंड रीवार्ड रेशों
अगर आपने खुद की एक ट्रेडिंग स्ट्रेटजी तैयार नहीं की, और रिस्क एंड रीवार्ड रेशों मैनेज नहीं किया। तो आपको कभी कबार यह पैटर्न दिखाई देने पर भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का वीडियो देखें
FAQ ( Evening Star Candlestick Pattern In Hindi)
1) इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या होता है?
यह एक ट्रिपल कैंडलेस्टिक पेटर्न है, जिसमें तीन कैंडल्स मिलकर अप ट्रेंड में रेजिस्टेंस लेवल पर इस कैंडलेस्टिक पेटर्न का निर्माण होता है।
2) इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या बताता है?
यह कैंडलेस्टिक पैटर्न हमे ट्रेंड उपर से नीचे की तरफ जाने वाला है इसका संकेत बताता है।
3) मॉर्निंग स्टार और इवनिंग स्टार में क्या अंतर है?
मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न सपोर्ट लेवल पर तैयार होता है और मार्केट को नीचे से ऊपर की तरफ जाने का संकेत देता है। इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार होता है, और मार्केट को ऊपर से नीचे की तरफ जाने का संकेत देता है।
4) आप इवनिंग स्टार पैटर्न का व्यापार कैसे करते हैं?
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान होने पर सेलर्स एक्टिव होकर मार्केट में बिक्री करना शुरू कर देते हैं।
5) इवनिंग स्टार के अंदर सिर्फ पैटर्न में कितनी कैंडल्स होती है?
इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न में तीन कैंडल्स होती है इसलिए इसे ट्रिपल कैंडलेस्टिक पेटर्न भी कहा जाता है।
Conclusion ( Evening Star Candlestick Pattern In Hindi)
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में विस्तार से जानकारी ली है। यह कैंडलेस्टिक पेटर्न कैसे तैयार होता है, इसकी पहचान कैसे करें, यह निर्माण होने के बाद ट्रेड कब ले आदि के बारे में हमने विस्तार से चर्चा की है।
इस कैंडलेस्टिक पेटर्न की जानकारी समझाने पर इसका उपयोग सबसे पहले आपको पेपर ट्रेडिंग करते समय करना चाहिए। पेपर ट्रेडिंग में आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ाने के बाद आपको इसका इस्तेमाल रियल ट्रेडिंग करते समय करना चाहिए।
बाकी के कैंडलेस्टिक पेटर्न को जानने के लिए आप हमारे बाकी के आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं। अगर आपके मन में कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में कुछ सवाल उत्पन्न होते हैं तो आप बेझिझक उन सवालों को नीचे पूछ सकते हैं। हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके सवालों का जवाब दे सके।
We have been investing and researching the stock market for the last 8 years. We try to provide free information on this website in simple language.
Contents
- 1 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या है ( Evening Star Candlestick Pattern )
- 2 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की संरचना और निर्माण (Evening Star Candlestick Pattern formation)
- 3 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का शेयर मार्केट में अर्थ
- 4 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान (Evening Star Candlestick Pattern identification)
- 5 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का महत्व (Evening Star Candlestick Pattern Importance)
- 6 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न में ट्रेड कब करें (Evening Star Candlestick Pattern Trading)
- 7 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न स्टॉप लॉस और टारगेट (Evening Star Candlestick Pattern Stoploss and Target)
- 8 मॉर्निंग स्टार और इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का फर्क (Morning star and Evening star candlestick pattern )
- 9 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न की साइकोलॉजी (Evening Star Candlestick Pattern Psychology)
- 10 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न Advantage and Disadvantage
- 11 इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न का वीडियो देखें
- 12 FAQ ( Evening Star Candlestick Pattern In Hindi)
- 13 Conclusion ( Evening Star Candlestick Pattern In Hindi)