शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या है (Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi)

दोस्तों अगर आप शेयर मार्केट सीखना चाहते है, तो आपको शेयर मार्केट का बेसिक नॉलेज होना जरूरी है। बेसिक नॉलेज लिए बगैर शेयर मार्केट में निवेश करना या फिर ट्रेडिंग करना अच्छी बात नहीं है। शेयर मार्केट की जानकारी के बगैर अगर आपको इन्वेस्ट करना है तो आपके सलाहकार को जरूर पूछे।

इस वेबसाइट पर हम फ्री में शेयर मार्केट का बेसिक नॉलेज देने की कोशिश कर रहे हैं। उसी में से एक प्रयास है की बेसिक कैंडलेस्टिक पेटर्न्स का नॉलेज देना । इस आर्टिकल में हम शेयर मार्केट के बेसिक सिंगल कैंडलेस्टिक प्रकार में शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में बात करेंगे।

टेक्निकल एनालिसिस करते समय आपको सभी कैंडलेस्टिक पेटर्न्स की पहचान होनी चाहिए। उसी में से एक है शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न, इस आर्टिकल में हम यह पैटर्न कैसे बनता है, इसकी रचना क्या है, इसका महत्व, इसके पीछे की साइकोलॉजी आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

मैं आपसे वादा करता हूं कि अगर आपने यह आर्टिकल अच्छे से पूरा पढ़ लिया तो आपको shooting star candlestick pattern in hindi यह सर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

1 – Shooting star candlestick pattern क्या है

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (what is shooting star )

जिस कैंडल की बॉडी बहुत छोटी होती है, और शैडो बॉडी के ऊपर दोगुना लंबी होती है। जो अप ट्रेंड में तयार होती है और जिसका रंग लाल (बेयरिश) होता उसे Shooting star candlestick pattern कहा जाता है।

Shooting star हैमर कैंडल के बराबर उल्टा दिखाई देता है। लेकिन यह कैंडल बिल्कुल इनवर्टेड हैमर की तरह होती है, इनवर्टेड हैमर कैंडल जब मार्केट नीचे जा रहा होता है तब सपोर्ट लेवल पर निर्माण होती है, और शूटिंग स्टार कैंडल जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है तब रेजिस्टेंस लेवल पर निर्माण होती है।

अगर आपको हैमर, इनवर्टेड हैमर और शूटिंग स्टार में कंफ्यूजन हो रहा है तो आप ऊपर दिए गए इमेज को देखें या फिर एक बार शॉर्ट में सभी प्रकारों को पढ़ने की कोशिश करें।

यह एक सिंगल कैंडलेस्टिक पेटर्न है, जिसमें सिर्फ एक ही कैंडल स्टिक होती है। इस कैंडल का आकार लाल होने के कारण बेयरिश कैंडल कहा जाता है।

Shooting star candlestick एक बेयरिश कैंडल होने के कारण यह मार्केट नीचे की तरफ जाने का संकेत देती है।

यह कैंडलेस्टिक पेटर्न जापानी व्यापारी होम्मा मुनेहिसा ने सबसे पहले खोज निकाला था। इसका उपयोग व्यापार करते समय किया जाता था। धीरे-धीरे पश्चिम लोगों ने शेयर बाजार में टेक्निकल एनालिसिस करते समय इन कैंडलेस्टिक प्रकारों का उपयोग करना शुरू किया।

2) Shooting star candlestick pattern की संरचना

चलिए इस पैटर्न की संरचना कैसे होती है इसे विस्तार से जानते हैं।

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (formation)

1) बॉडी
बॉडी हमें यह दर्शाती है कि बाजार का ओपनिंग प्राइस और क्लोजिंग प्राइस क्या है। इस प्रकार में बॉडी बहुत छोटी होती है,वह शैडो से दोगुना छोटी होती है।

2) शैडो
इस प्रकार में शैडो को बहुत महत्व दिया जाता है। क्योंकि शैडो से यह प्रकार कितना मजबूत है ईसकी जानकारी मिलती है।

A) लोअर शैडो
लोअर शैडो को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता, यह कभी कबार बहुत ही छोटी सी दिखाई देती है या फिर नहीं भी होती।

B) अपर शैडो –
यह बॉडी से 2 गुना लंबी होती है, इसे इस कैंडलेस्टिक प्रकार में बहुत महत्व दिया जाता है। क्योंकि यह शैडो जितनी लंबी होगी उतना ही मार्केट मजबूत संकेत देता है।

3) सपोर्ट और रेजिस्टेंस
यह कैंडल रेजिस्टेंस लेवल पर दिखाई देती है। जब मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है, तब इस कैंडल का निर्माण होता है और यह कैंडल संकेत देती है की मार्केट अब नीचे जाने वाला है।

3 – Shooting star candlestick pattern के प्रकार

यह एक सिंगल कैंडलेस्टिक पेटर्न का प्रकार है, जब मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है, तभी हमें यह दिखाई देता है, और अगर ऊपर इसका निर्माण होता है तभी इस महत्व दिया जाता है। इसमें रंग को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता, लेकिन फिर भी रंग के अनुसार इसके दो प्रकार पड़ते हैं।

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Types)

1) बुलिश शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक प्रकार ( Bullish Shooting star candlestick pattern )

2) बेयरिश शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक प्रकार ( Bearish Shooting star candlestick pattern )

चलिए इन दोनों प्रकारों को विस्तार से जानते हैं।

1) बुलिश शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक प्रकार

( Bullish Shooting star candlestick pattern )

बुलीश प्लीज कैंडलेस्टिक पेटर्न में बॉडी और शैडो का रंग हरा होता है। रंग हरा होने के कारण इसे बुलिश शूटिंग स्टार कहा जाता है।

इस प्रकार को हम इनवर्टेड हैमर भी कहते हैं। क्योंकि इस प्रकार की कैंडल सपोर्ट लेवल पर बनती है। तभी इसे ज्यादा महत्व दिया जाता है।

अगर इस प्रकार की कैंडल रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार हो तो उसे ज्यादा महत्व नहीं देते।

2) बेयरिश शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक प्रकार

( Bearish Shooting star candlestick pattern )

बेयरिश शूटिंग स्टार पैटर्न में बॉडी और शैडो का रंग लाल होता है। इसलिए इसे Bearish Shooting star candlestick कहा जाता है।

जब इस कैंडल का निर्माण रेजिस्टेंस लेवल पर होता है। तभी इसको ज्यादा महत्व दिया जाता है।

अगर यह कैंडलेस्टिक पेटर्न सपोर्ट लेवल पर तैयार हुआ तो इसे ज्यादा महत्व नहीं देते।

रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार होने के बाद यह कैंडलेस्टिक पेटर्न हमें संकेत देता है कि अब मार्केट में मंदी का माहौल आने वाला है।

4 – Shooting star candlestick pattern की पहचान

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Identification)

शेयर मार्केट सीखते समय अगर आपने टेक्निकल एनालिसिस करने से पहले बेसिक कैंडलेस्टिक पेटर्न की जानकारी ली है, तो इस पैटर्न को पहचानना आसान है। चलिए इसकी पहचान कैसे करें यह विस्तार से जाने –

1) ट्रेंड को जाने –
यह कैंडल कैंडलेस्टिक प्रकार मार्केट में कौन से ट्रेंड पर तैयार होती है, यह सबसे पहले जान ले। क्योंकि इस प्रकार की कैंडल अप ट्रेन में तैयार होती है। इसलिए ट्रेंड को सबसे पहले पहचान ले।

2) कन्फर्मेशन करें –
इस कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान करते समय बॉडी और शैडो का आकर क्या है, इसे कंफर्म करें।

3) प्राइस एक्शन पर नजर रखें-
यह पैटर्न तैयार होने के बाद भी आपको प्राइस एक्शन पर नजर टिकाए रखनी है।

5) Shooting star candlestick pattern का महत्व

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Importance)

शेयर मार्केट एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आपको कितना भी अनुभव क्यों ना हो, आपको शेयर मार्केट कभी कबार चकमा दे सकता है। इसलिए आपको हमेशा खुद का मानसिक संतुलन अच्छा रखना चाहिए।

कई लोगों को यह पैटर्न भरोसेमंद लगता है, तो कई लोग इसे पहचान न पाने के कारण और गलत समय ट्रेड करने के कारण इस पैटर्न को भरोसेमंद नहीं समझते।

जब मार्केट की दिशा ऊपर की तरफ होती है, और खरीदारों का प्रभाव ज्यादा होता है, तब यह कैंडलेस्टिक तैयार होती है और वह मार्केट को नीचे जाने का संकेत देती है।

इसलिए जब यह कैंडलेस्टिक ऊपर रेजिस्टेंस लेवल पर दिखाई दे तभी इसको महत्व दिया जाता है

6 – Shooting star candlestick pattern में ट्रेड कब करें

कैंडलेस्टिक पेटर्न की जानकारी लेने के बाद भी आपको सबसे पहले आपका नॉलेज पेपर ट्रेडिंग पर आजमाना चाहिए। और बाद में कॉन्फिडेंस आने के बाद आपको रियल ट्रेडिंग करनी चाहिए।

चलिए जानते हैं यह Shooting star candlestick pattern दिखाई देने के बाद ट्रेड कब लेना चाहिए –

1) पैटर्न की पहचान करें
सबसे पहले यह पैटर्न पहचाना आना चाहिए। उस समय ट्रेड कौन सा है यह नजर आना चाहिए।

2) कन्फर्मेशन लेना
इस पैटर्न की बॉडी तथा शैडो को देखकर, ऊपर की शैडो बॉडी से 2 गुना लंबी है या नहीं इसे कंफर्म करें।

3) एंट्री और एग्जिट प्वाइंट
यह पैटर्न दिखाई देने के बाद एंट्री और एग्जिट प्वाइंट को फिक्स करें।

4) मार्केट पर नजर रखें
शुरुआत में नए ट्रेडर को ट्रेड लेने पर ट्रेड पूरा होने तक पूरी तरह से मार्केट पर नजर बनाए रखनी है।

5) मूल्यांकन करें
ट्रेड पूरा होने के बाद अगर ट्रेड में आपके एनालिसिस के अच्छे परिणाम नहीं दिखाई देते। तो आपको अपनी स्ट्रेटजी पर विचार विनिमय करना चाहिए। और खुद की स्ट्रेटेजी पर काम करना चाहिए।

7 – Shooting star candlestick pattern स्टॉपलॉस एंड टारगेट

सभी ट्रेडर्स को रिस्क एंड रीवार्ड रेशों का मैनेजमेंट करके। ट्रेड में उतरने के बाद। स्टॉपलॉस और टारगेट जरूर लगाना चाहिए। और शुरुआती समय में तो पेपर ट्रेडिंग करते समय भी इसे आजमाना चाहिए।

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Stoploss and target)

चलिए इस एक उदाहरण से विस्तार से समझते हैं।

1) Shooting star candlestick pattern में टारगेट

मान लीजिए कि आपको ट्रेडिंग करते समय ऊपर जाता हुआ ट्रेंड दिखाई दिया, और वहां पर अगर शूटिंग स्टार कैंडल तैयार हुई तो,

लो प्राइस – 380
हाय प्राइस – 400

इसके बाद बनने वाली अगली लाल वाली कैंडल का

लो प्राइस – 374
हाय प्राइस – 384

अगर इस कंफर्मेशन कैंडल ने उसका हाय ब्रेक कर दिया तो, आप एंट्री कर सकते हैं और फिर

आपका टार्गेट = एंट्री point + ( शूटीन स्टार high – एंट्री पॉइंट )

आपका टार्गेट = 374 + 400-374)

आपका टार्गेट =374 + 26

आपका टार्गेट = 348 रुपये होना चाइए।

2) Shooting star candlestick pattern में स्टॉपलॉस

सभी ट्रेंड को स्टॉलॉस लगाना चाहिए और जो लोग स्टॉपलॉस के महत्व को कम समझते हैं। उन्हें एक न एक दिन उसका महत्व समझ में आ ही जाता है।

ऊपर दिए गए उदाहरण में शूटिंग स्टार कैंडल दिखाई देने के बाद अगर आपको ट्रेड लेना है तो आपका स्टॉपलॉस शूटिंग लो पर होना चाहिए। तो ऊपर के उदाहरण में स्टॉपलॉस ₹400 पर लगाना चाहिए।

8 – Shooting star candlestick pattern और Inverted hammer candlestick pattern का फर्क

जो लोग शेयर मार्केट में नए हैं, और जो बेसिक से शेयर मार्केट सीखना शुरू करते हैं, उन्हें इन दोनों पेटर्न्स में कंफ्यूजन होता है। लेकिन कई बार पढ़ने के बाद या फिर देखने के बाद आपको यह पैटर्न जरूर समझ में आ जाएंगे।

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Inverted Hammer Candlestick Pattern )

लेकिन चलिए यहां पर हम इन दोनों में होने वाला के फर्क जानने की कोशिश करेंगे।

1) निर्माण की जगह

Shooting star candlestick pattern जब ट्रेन ऊपर की तरफ जा रहा होता है तब रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार होता है।
इनवर्टेड हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न जब ट्रेंड नीचे की तरफ होता है तब सपोर्ट लेवल पर तैयार होता है।

2) रिवर्सल

Shooting star candlestick पैटर्न एक बेयरिश रिवर्सल कैंडलेस्टिक पेटर्न।
Inverted hammer candlestick pattern एक बुलीश रिवर्सल कैंडलेस्टिक पेटर्न है।

3) तेजी और मंदी

शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न मार्केट में मंदी आने का संकेत देता है।
इनवर्टेड हैमर मार्केट में तेजी आने का संकेत देता है।

4) कौन ज्यादा प्रभावशाली

शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होने के बाद सेलर्स का प्रभाव ज्यादा बढ़ता है। और बायर्स का प्रभाव कम हो जाता है।

इनवर्टेड हमर तैयार होने के बाद बायर्स का प्रभाव बढ़ता है और सेलर्स का प्रभाव कम हो जाता है।

9 – Shooting star candlestick pattern की साइकोलॉजी

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi (Psychology )

Shooting star कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होने के बाद सेलर्स और बायर्स दोनों की साइकोलॉजी में बादल होता है।

1) बायर्स लोग शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न देखने के बाद खरीदी कम कर देते हैं। जिससे मार्केट में खरीददार कम हो जाते है। खरीददारों पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है।

2) सेलर्स लोग शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न देखने के बाद जोरदार बिक्री शुरू कर देते है। वह बायर्स पर हावी हो जाते हैं। और मार्केट पूरी तरह से काबिज करके नीचे ले जाते हैं।
इसलिए मंदी का माहौल तैयार हो जाता है।

10 – Shooting star candlestick pattern के Advantage and Disadvantage

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इसी तरह मार्केट में इस कैंडलेस्टिक प्रकार के भी दो पहलू है। चलिए जानते हैं एडवांटेजेस एंड डिसएडवांटेज विस्तार से,

Shooting Star Candlestick Pattern In Hindi ( advantage and disadvantage )

A) एडवांटेज

शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न जिन लोगों को अच्छे से पहचान में आता है वह उसका फायदा उठाते हैं।

1) रिवर्सल संकेत
जब मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है तब यह कैंडलेस्टिक निर्माण होकर मार्केट को नीचे की तरफ जाने का संकेत देती है। इसलिए यह एक प्रकार का रिवर्सल सिग्नल मिलता है।

2) दृष्टिकोण
यह पैटर्न निर्माण होने के बाद बायर्स और सेलर्स के दृष्टिकोण में बदलाव हो जाता है और वह मार्केट को नीचे की तरफ धकेलना के लिए कारण होता है।

3) मल्टीपल टाइम लैब में उपयोग
यह कैंडलेस्टिक हमें मल्टीप्ल टाइमलेप्स में दिखाई देती है। इसलिए अगर इस कैंडल को अच्छे से पहचान लिया तो हम इसे सभी चार्ट्स में उसे इस्तेमाल कर सकते हैं।

4) एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स
यह कैंडलेस्टिक दिखाई देने पर, ट्रेडर को ट्रेड करते समय एंट्री और एग्जिट प्वाइंट फिक्स करने में आसानी होती है।

B) डिसएडवांटेजेस

अगर आपको इस कैंडलेस्टिक पेटर्न का अच्छे से उपयोग करना नहीं आया तो एडवांटेज के साथ इसके कुछ डिसएडवांटेज भी है।

1) गलत संकेत
शेयर बाजार में यह कैंडलेस्टिक कौन से ट्रेंड पर तैयार हुई है, यह समझ में नहीं आया तो आपको गलत संकेत मिल सकता है। और आप नुकसान उठा सकते हैं। इसलिए ट्रेंड को समझ कर इस कैंडलस्टिक के निर्माण की जगह कंफर्म करें।

2) क्लेरिटी
अगर अपने रिस्क एंड रीवार्ड रेशों मैनेज नहीं किया और आपका माइंडसेट अच्छा नहीं हुआ तो क्लेरिटी ना होने के कारण आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

11 – Shooting star candlestick pattern का वीडियो

FAQ
(Shooting star candlestick pattern)

1) शेयर मार्केट में शूटिंग स्टार क्या है?
यह एक बेयरिश सिंगल कैंडलेस्टिक का प्रकार है, जिसकी बॉडी छोटी होती है और उपरकी शैडो बॉडी से 2 गुना लंबी होती है।

2) आप शूटिंग स्टार कैंडल स्टिक का उपयोग कैसे करते हैं?
सबसे पहले ट्रेंड को पहचान कर, शूटिंग स्टार कैंडल की पहचान की जाती है। और फिर बाद में शूटिंग स्टार कैंडल को नजर को बेस पकड़कर ट्रेड लिया जाता है।

3) कुल कितने कैंडलेस्टिक पेटर्न है?
कितने कैंडल को पड़कर पैटर्न तैयार होता है, उसपर कैंडलेस्टिक के कुल तीन प्रकार है । सिंगल, डबल और ट्रिपल कैंडलेस्टिक पेटर्न यह तीन प्रकार है।

4) शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न बुलिश है या बेयरिश?
शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न एक बेयरिश कैंडलेस्टिक पेटर्न है। जो नीचे की तरफ ले जाते हैं।

5) क्या शूटिंग स्टार हमेशा बेयरिश होता है।
जी हां शूटिंग स्टार ऊपर की तरफ होने के कारण हमेशा बेयरिश होता है। क्योंकि ऊपर की तरफ होने के कारण ही उसे महत्व दिया जाता है।

Conclusion
(Shooting star candlestick pattern)

इस लेख में हमने Shooting star candlestick pattern प के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश की है। शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या है, वह कब निर्माण होता है, ट्रेड कब करना चाहिए आदि जानकारी विस्तार से लिखी है। यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको सिंगल कैंडलेस्टिक पेटर्न का उप प्रकार शूटिंग स्टार कैंडल अच्छे से समझ आ जाएगा।

यह कैंडल दिखाई देने के बाद आपको मार्केट में ट्रेड करते समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए यह ऊपर बताने की कोशिश की है। अगर आप शुरुआत में नए ट्रेडर हो तो आपके ऊपर दिए गए लेख का नॉलेज पेपर ट्रेडिंग करते समय आजमाना चाहिए।

ऊपर दिए गए लेखक को पढ़कर आपका मन में कुछ प्रश्न उत्पन्न होते हैं, तो आप हमें नीचे उन प्रश्नों को पूछ सकते हैं। हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके प्रश्नों का उत्तर दे सके।

अगर आपको बाकी कैंडलेस्टिक प्रकारों के बारे में जानना है, तो आप हमारी इस वेबसाइट पर बाकी के आर्टिकल पढ़ सकते हैं और आपका बेसिक शेयर मार्केट का नॉलेज बढ़ा सकते हैं।

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