दोस्तों अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है जरूर मालूम होना चाहिए।
फ्यूचर ट्रेडिंग एक प्रकार की कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग होती है।
आसान भाषा में हम यह कह सकते हैं कि
स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से किसी भी फ्यूचर कांट्रैक्ट को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया फ्यूचर ट्रेडिंग होती है।
इस ट्रेडिंग में स्टॉक एक्सचेंज कॉन्ट्रैक्ट की जिम्मेदारी लेता है।
इस ट्रेडिंग में आपको भविष्य का कोई भी स्टॉक या इंडेक्स कुछ मार्जिन देकर बुक कर सकते हैं।
फ्यूचर ट्रेडिंग में आपको कॉन्ट्रैक्ट लेने के बाद एक्सपायरी तक उसे खत्म करना होता है।
अगर आपने कॉन्ट्रैक्ट को एक्सपायरी डेट तक पूरा नहीं किया तो
तो आपको वह कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने से पहले, उस कॉन्ट्रैक्ट में जितने शेयर्स है, उतनी अमाउंट डिमैट अकाउंट में रखनी पड़ती है।
अगर आपको वह शेयर्स नहीं चाहिए तो आप उसे अगले महीने के लिए रोलओवर कर सकते हैं।