शेयर बाजार में किसी कंपनी में निवेश करने के लिए।
आपको फंडामेट्ल एनालिसिस करते समय ग्रॉस मार्जिन मालूम होना चाइए।
जब कंपनी के रेवेन्यू में से जब कंपनी के प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट को घटाया जाता है।
तब उस बचे हुए रेवेन्यू को ग्रॉस मार्जिन कहा जाता है।
ग्रॉस मार्जिन को प्रॉफिट मार्जिन भी कहा जाता है।
ग्रॉस मार्जिन का फॉर्मूला यह है -
ग्रॉस मार्जिन = (कंपनी का टोटल रिवेन्यू - कॉस्ट ऑफ गुड सोल्ड) / टोटल रिवेन्यू
ग्रॉस मार्जिन का उपयोग एकसमन इंडस्ट्रीज की कंपनियों की तुलान करने किया जाता है।