कई अनुभवी वित्तीय विश्लेषकों के नजर से

PE रेशियो 15 से 25 के बीच होना अच्छी बात होती है।

लेकिन PE रेशियो  कंपनी के ग्रोथ पर और किस क्षेत्र से संबंधित है इस पर निर्भर करता है।

यह रेशों देखने के बाद कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य की जानकारी मिलती है।

बाकी कंपनियां से कंपैरिजन करने में इस रेशों की मदद होती है।

यह एक निर्धारित समय के लिए होता है।

PE ratio को देखने के बाद भी निवेश करने से पहले आपको बाकी बातों को ध्यान में रखना पड़ता है।

PE ratio kitna hona chahiye यह विस्तार से पढ़े।