इस pattern में पहली एक बड़ी बेयरिश कैंडल तयार होकर , दूसरी बुलिश कैंडल लगभग पहले कैंडल के निचे बराबर आकार की तैयार होती है।
बुलीश कैंडल की क्लोजिंग पिछले बेयरिश के मध्य से उपर की तरफ होती है। लेकिन बेयरिश कैंडल के ओपनिंग प्राइस और मध्य के बीच होती है।
दोनों कैंडल का आकार सेम होता है। सिर्फ रंग अलग होता है।
यह कैंडलेस्टिक पेटर्न तैयार होने के बाद मार्केट नीचे से ऊपर की तरफ जाने का संकेत देता है।
इसीलिए इस कैंडलेस्टिक प्रकार को बुलिश रिवर्सल कैंडलेस्टिक पेटर्न कहा जाता है।
इस कैंडलेस्टिक प्रकार में खरीदारों का प्रभाव बढ़ता है, और सेलर्स का प्रभाव कम होता है।