दोस्तों शेयर बाजार में हर एक ट्रेडर को रिस्क रिवॉर्ड मैनेजमेंट करके ट्रेडिंग करनी चाहिए।
उसके लिए रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो क्या होता है, यह जानना जरूरी है।
किसी भी ट्रेड में कितना रिस्क लेना चाहिए और उस रिस्क पर कितना रिवॉर्ड लेना चाहिए इस मैनेजमेंट को रिस्क रिवॉर्ड मैनेजमेंट कहा जाता है।
बाजार में ली गई रिस्क (लॉस) और रिवॉर्ड (प्रॉफिट) के अनुपात को रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो कहा जाता है।
रिस्क रिवॉर्ड मैनेज करने से पहले आपको खुद की रिस्क प्रोफाइल तैयार करनी चाहिए।
रिस्क प्रोफाई यानी की खुद के आर्थिक स्थिति का मुआयना करके कितनी रिक्स ले सकते हैं ।
पूरी दुनिया में अधिकांश ट्रेडर 1:3 रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो का पालन करते है।
रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो निकालने के लिए इस फार्मूले का इस्तेमाल करें
रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो = टारगेट / स्टॉपलॉस = लाभ / नुकसान =रिवॉर्ड / रि