दोस्तों शेयर मार्केट से हर कोई पैसा कमाना चाहता है। लेकिन पैसा कमाने के लिए आपको शेयर मार्केट का बेसिक आना अनिवार्य होता है। इसलिए जो कोई शेयर मार्केट सीखना शुरू करता है, उसे हर एक कैंडलेस्टिक के बारे में पता होना चाहिए। कैंडलेस्टिक में से एक प्रकार डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न है।
Doji candlestick pattern एक रिवर्सल पैटर्न है। अगर आपको यह पैटर्न अच्छे से समझ में आ गया तो आप शेयर बाजार में अच्छा फायदा कमा सकते हैं। इसलिए आपको टेक्निकल एनालिसिस करते समय वॉल्यूम्स और कैंडलेस्टिक पेटर्न्स का बेहतरीन उपयोग करके खुद का एक अलग ट्रेडिंग स्टाइल तैयार करना चाहिए।
आज हम इस लेख में विस्तार से doji candlestick pattern in hindi के बारे में जानकारी लेंगे ।
1 – Doji candlestick pattern क्या है।
शेयर बाजार में जब कैंडलेस्टिक चार्ट में किसी भी कैंडल का ओपनिंग या क्लोजिंग एक समान होती है, या फिर एक-दूसरे के बराबर होते हैं, उस समय जो छोटी सी कैंडल तैयार होती है, उसे डोजी कैंडलेस्टिक कहा जाता है।
लेकिन कभी-कभी इस कैंडलेस्टिक में बहुत ही छोटी बॉडी फार्म होती है, या फिर कभी-कभी होती भी नहीं, फिर भी उसे डोजी कैंडलेस्टिक माना जाता है।
इस कैंडल में ऊपर की शैडो और नीचे की शैडो लगभग समान और बड़ी होती है, लेकिन प्रकारों के अनुसार यह काम ज्यादा हो सकती है, शैडो के अनुसार इसके कई प्रकार पढ़ते हैं।
डोजी कैंडलेस्टिक को अनिश्चितता की निशानी के रूप में जाना जाता है । अगर बाजार में अचानक से वॉल्यूम सूक गया तो यह कैंडलेस्टिक उस समय बाजार अधिक मजबूत होने का संकेत दे सकता है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं होता है कि शेयर बाजार में खरीदी या बिक्री बड़े मात्रा में हो नहीं सकती।
इस कैंडलेस्टिक प्रकार में सिर्फ एक ही कैंडल होने के कारण यह प्रकार सिंगल कैंडलेस्टिक प्रकार में आता है।
2 – डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न का निर्माण ( Formation of Doji candlestick )
शेयर बाजार में यह कैंडलेस्टिक प्रकार डाउन ट्रेंड में या फिर अप ट्रेंड में दोनों तरफ तैयार हो सकता है। इसलिए अगर आपको यह प्रकार अच्छे से समझ आया तो आप इसका फायदा उठा सकते हो।
जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है, तब ऊपर के समय अगर इस कैंडलस्टिक का निर्माण होता है, तो यह कैंडल मार्केट नीचे जाने का संकेत देती है।
जब मार्केट नीचे जा रहा होता है, तब अगर यह कैंडल नीचे तैयार हुई, तो यह मार्केट ऊपर जाने का मजबूत संकेत देती है।
इसीलिए इस Doji candlestick pattern को ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न कहा जाता है।
3 – शैडो के अनुसार
Doji candlestick pattern types
इस कैंडलेस्टिक में बॉडी और शैडो की तयार होने की स्थितिपर कई प्रकार पढ़ते हैं। लेकिन हम प्रमुख पांच प्रकारों को यहां पर जानेंगे।
1 – लॉन्ग लेग डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न ( Long legged Doji Candlestick pattern)
2 – ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न ( Dragonfly Doji Candlestick pattern )
3 – ग्रे स्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न ( Gravestone Doji Candlestick pattern )
4 – स्टैंडर्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न ( Standard Doji Candlestick pattern )
5 – 4 प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न ( 4-Price Doji Candlestick pattern )
ऊपर दिए गए पांच प्रकारों को हम विस्तार से जानेंगे।
1 – लॉन्ग लेग डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
( Long legged Doji Candlestick pattern)
लॉन्ग लेग डोजी में ऊपर और नीचे की तरफ दोनों दिशा में लंबी शैडो होती है। जो ज्यादा कर एक समान साइज की होती है। यह प्रकार के कैंडल बाजार में अधिक प्रमाण में अनिश्चितता दर्शाती है।
अगर यह कैंडलेस्टिक प्रकार तैयार होता है तो बाजार में बहुत कम समय में ट्रेंड रिवर्सल हो जाता है।
इस प्रकार में तेजी और मंदी के खिलाड़ियों के बीच में होने वाली अनिश्चितता संकेत देता है। अगर यह प्रकार की कैंडल तैयार होती है तो आप देख सकते हैं कि कुछ समय बाद भाव एक सीमित रेंज में अटका हुआ नजर आता है।
इसलिए जब तक अनिश्चितता का माहौल खत्म नहीं होता। तब तक आपको शांत रहना चाहिए। एक बार स्पष्ट ट्रेंड तैयार होने के बाद ही खरीदी या बिक्री शुरू करनी चाहिए।
2 – ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
( Dragonfly Doji Candlestick pattern )
यह एक मजबूत तेजी की कैंडल होती है, जो हमें दर्शाती है कि मार्केट में अब मंदी का अंत होकर तेजी शुरू होने वाली है।
जब कभी मार्केट में डोजी कैंडलस्टिक तैयार होता है, और उसकी बॉडी बिल्कुल टॉप पर तथा उसकी शैडो बड़ी और नीचे होती है उसे ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है।
हमें इसका आकार एक पतंगा की तरह दिखाई देता है इसलिए इसे ड्रैगन फ्लाई कहा जाता है।
यह कैंडल चार्ट पर सपोर्ट की तरफ तैयार होती है, इसलिए यह हमेशा मार्केट के ट्रेंड को ऊपर जाने का संकेत देते हैं।
3 – ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
( Gravestone Doji Candlestick pattern )
में अगर किसी डोजी दोजी में उसकी बॉडी पूर्णता नीचे तैयार हो और उसकी लंबी शैडो ऊपर की तरह तैयार हो तो उसे प्रकार को ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है।
यह प्रकार ऊपर बताए गए ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न से बिल्कुल उल्टा होता है।
इस प्रकार में मार्केट की ऊपर की तरफ जा रहा होता है, उसे समय यह कैंडल तैयार होती है। और मार्केट को नीचे की तरफ ढकेल देती है।
यह कैंडल तैयार होने से पहले मार्केट में बुलिश लोगों का के ज्यादा प्रभाव होता है, लेकिन बाद में बेयरिश लोग मार्केट पर हावी हो जाते हैं। और मार्केट ऊपर से नीचे चला जाता है। फिर बड़े लेवल पर बिक्री शुरू होती है।
4 – स्टैंडर्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
( Standard Doji Candlestick pattern )
इस प्रकार में डोजी निर्माण होता है, तब उसे कैंडल का अपर शैडो और लोअर शैडो लगभग एक समान होती है और उसकी बॉडी बिल्कुल बीच में होती है, उस प्रकार को स्टैंडर्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है।
यह कैंडल तैयार होने का मतलब है, मार्केट जीस प्राइस पर ओपन हुआ था लगभग उसी प्राइस पर क्लोज हुआ।
जब कभी यह पैटर्न तैयार होता है तब मार्केट रेजिस्टेंस लेवल से रिवर्स होकर नीचे की तरफ चला जाता है।
अगर यह पैटर्न सपोर्ट लाइन पर तैयार होता है तो मार्केट नीचे से ऊपर की तरफ रिवर्स चला जाता है।
5 – 4 प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
( 4-Price Doji Candlestick pattern )
इस प्रकार के कैंडल में ओपन प्राइस, क्लोजिंग प्राइस, कैंडल का हाई तथा कैंडल का लो सभी एक समान होते हैं।
इसलिए यह हमें बिल्कुल ऋण चिह्न (minus sign) की तरह दिखाई देता है।
इस तरह की कैंडल जब मार्केट में तैयार होती है, तब हमें यह संकेत मिलता है कि, मार्केट में खरीदार और बिक्री करने वाले दोनों उत्साहित नहीं है। दोनों का प्रभाव लगभग एक ही जैसा दिखाई देता है।
हिंदी में इस प्रकार को चार मूल्य डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न कहा जाता है।
5 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न के पीछे की साइकोलॉजी
शुरुआत में नए ट्रेडर्स को लगता है कि डोजी कैंडलेस्टिक को समझना आसान नहीं है, लेकिन अगर जो ट्रेडर इस पैटर्न को समझते है उनकी ट्रेडिंग की जर्नी आसान हो जाती है।
इस कैंडलेस्टिक पेटर्न को समझ लिया तो पैटर्न के पीछे की साइकोलॉजी समय नदी आसान हो जाता है। क्योंकि कैंडल के पीछे की साइकोलॉजी भी आसान है।
1 – लॉन्ग लेग डोजी की साइकोलॉजी
यह डोजी प्रकार अनिश्चित मार्केट का प्रतीक है। जब यह कैंडल तैयार होती है, तब ट्रेडर की साइकोलॉजी बताना मुश्किल होता है।
क्योंकि इस कैंडल का निर्माण सपोर्ट लेवल के आसपास, तथा कभी-कभी कोई शेयर के रेजिस्टेंस लेवल पर भी मजबूती दिखाई समय होता है।
2 – ड्रैगन फ्लाई डोजी साइकोलॉजी
ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडल का निर्माण हमेशा सपोर्ट लेवल के आसपास होता है। इसलिए यह कैंडल ट्रेडर को मार्केट ऊपर जाने का संकेत देती है।
इसलिए यह कैंडल तैयार होने के बाद ट्रेडर लोगों की साइकोलॉजी में यह बादल होता है कि, बेचने वाले शेयर्स को बेचना बंद कर देते हैं, और वहां से खरीददार खरीदना शुरू करते हैं।
इस साइकोलॉजी के कारण मार्केट का ट्रेंड नीचे से ऊपर की तरफ जाता हुआ नजर आता है।
3 – ग्रेवस्टोन डोजी की साइकोलॉजी
यह कैंडल बनने से पहले मार्केट में खरीदारों का प्रभाव होता है। मार्केट में तेजी का माहौल होता है। मार्केट ऊपर की तरफ होता है।
लेकिन यह कैंडल बनने के बाद खरीदने वालों का प्रभाव कम होकर धीरे-धीरे बेचने वाले मार्केट में हावी हो जाते हैं।
यहां पर ट्रेडर लोगों की साइकोलॉजी में यह बदलाव आता है कि अब मार्केट नीचे जाने वाला है। और सेलर्स शेयर बेचना शुरू करते हैं।
इसलिए ग्रेवस्टोन डोजी मार्केट में ट्रेडर लोगों की साइकोलॉजी क्यों यह संकेत देता है कि अब मार्केट ऊपर से नीचे जाएगा।
4 – स्टैंडर्ड डोजी की साइकोलॉजी
इस प्रकार की डोजी कैंडल तैयार होने के बाद मार्केट में रिवर्सल ट्रेंड शुरू होता है।
ट्रेडर लोगों की साइकोलॉजी में यह बादल होता है कि,
1) जब यह कैंडल ऊपर तैयार होती है तब खरीदार खरीदना बंद करते हैं, और बेचने वाले बेचना शुरू करते हैं। इसलिए ऊपर की तरफ जाता हुआ मार्केट रिवर्स होकर नीचे चला जाता है।
2) जब यह कैंडल नीचे की तरफ तैयार होती है तब बिक्री करने वाले बेचना बंद करते हैं, और खरीददार खरीदी शुरू करते हैं। इसलिए नीचे की तरफ जाता हुआ मार्केट रिवर्स होकर फिर से ऊपर उठने लगता है।
5 – 4 प्राइस डोजी कि साइकोलॉजी
इस प्रकार की कैंडलस्टिक मार्केट में कभी भी बन सकती है। इसलिए यह एक अनिश्चितता की निशानी है।
जहां पर यह कैंडल तैयार होती है वहां से ट्रेंड रिवर्स होना शुरू होता है। इसलिए यह कैंडल देखने के बाद ट्रेडर लोगों की साइकोलॉजी यह होती है, कि कैंडल देखने के बाद रिवर्स ट्रेंड शुरू होने के लिए तैयार रहना।
6 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न में स्टॉपलॉस एंड टारगेट
हर ट्रेडर को हमेशा मार्केट में ट्रेड करते समय स्टॉपलॉस और टारगेट सेट करना ही चाहिए । ट्रेड करने के पहले हर व्यक्ति को अपना रिस्क एंड रीवार्ड मैनेजमेंट कर लेना चाहिए। चलिए जानते हैं उदाहरण –
1) रेजिस्टेंस लेवल पर निर्माण –
मार्केट ऊपर की तरफ जा रहा होता है तब रेजिस्टेंस लेवल पर डोजी कैंडलेस्टिक बनने के बाद, मान लीजिए की डोजी कैंडल का
डोजी का हाय – 200
डोजी का लो – 190
और इस कैंडल के बाद अगली वाली लाल कैंडल का
लाल का हाय – 192
लाल का लो – 188
यदि ऊपर दी गई लाल वाली कंफर्मेशन कैंडल लो को ब्रेक करके एंट्री करने का संकेत देती है तो
आपका टार्गेट = एंट्री का लेवल – (डोजी कैंडल का टॉप – एंट्री का लेवल)
आपका टार्गेट = 188 – (200-188)
आपका टार्गेट = 188 – (12)
आपका टार्गेट = 176 रुपये होना चाइए।
2) सपोर्ट लेवल पर निर्माण –
जब शेयर मार्केट नीचे की तरफ जा रहा होता है, तब इस डोजी कैंडल का निर्माण होता है, तो मान लीजिए की इस कैंडल का
डोजी का हाय – 180
डोजी का लो – 160
और इस कैंडल के बाद अगली वाली हरी कैंडल का
लाल का हाय – 184
लाल का लो – 176
यदि हरी वाली कंफर्मेशन कैंडल हाय को ब्रेक करके एंट्री करने का संकेत देती है तो
आपका टार्गेट = एंट्री का लेवल – (एंट्री का लेवल – डोजी का लो )
आपका टार्गेट = 184 + (184-160)
आपका टार्गेट = 184 + (24)
आपका टार्गेट = 208 रुपये होना चाइए।
टारगेट की तरह से हर किसी को स्टॉपलॉस लगाना भी जरूरी होता है।
जब डोजी रेजिस्टेंस लेवल पर तैयार होता है तब डोजी के टॉप पर स्टॉप लॉस लगाना चाहिए। तब मार्केट नीचे की तरफ जाते हैं।
और जब डोजी सपोर्ट लेवल पर तैयार होता है, तो स्टॉपलॉस डोजी कैंडल के लो लेवल पर लगाना चाहिए। वहां से मार्केट ऊपर जाने लगता है।
लेकिन मार्केट में स्टॉप लॉस एक सेफ्टी की तरह होता है। मार्केट में अगर जो एनालिसिस की है, वह एनालिसिस अगर गलत साबित हुई तो स्टॉपलॉस काम आता है।
7 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न बुलिश होता है या बेसरिश
डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न दोनों तरह का होता है। यह पैटर्न कौन से समय तैयार होता है और किस प्रकार का तैयार होता है, इस पर निर्भर करता है कि यह कैंडलेस्टिक पेटर्न बुलिश होता है या बेसरिश है।
इसलिए आपको पहले इस प्रकार के सभी ऊपर प्रकारों को अच्छे से समझना होगा। फिर मार्केट की ट्रेड का अंदाजा आकर, इस प्रकार के कैंडल कौन सी होती है यह समझ आएगा।
8 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न Advantage and Disadvantage
डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न को कहा जा सकता है कि यह एक न्यूट्रल इंडिकेटर है जो छोटी सी इनफॉरमेशन प्रोवाइड करता है।
मार्केट में डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न तैयार होने का मतलब ट्रेंड रिवर्स हो जाता है, लेकिन कभी-कभी मार्केट अपेक्षा के अनुसार चलता नहीं इस वजह से वहां पर यह कैंडलेस्टिक पेटर्न फेल हो जाता है।
9 – ज्यादा जानकारी के लिए यह वीडियो देखे
FAQ (Doji candlestick pattern in hindi)
1 – शेयर मार्केट में कैंडलेस्टिक पेटर्न क्या है?
टेक्निकल एनालिसिस करते समय जिम कैंडलेस्टिक का आधार लिया जाता है, उन कैंडलेस्टिक को मिलकर जो पैटर्न बनता है, उसे कैंडलेस्टिक पेटर्न कहते हैं।
2 – कैंडलेस्टिक आपको क्या बताता है?
टेक्निकल एनालिसिस करते समय कैंडलेस्टिक पेटर्न आपको मार्केट का ट्रेंड बताने की कोशिश करता है।
3 – लॉन्ग लेग्ड Doji क्या इंगित करता है?
यह डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न का एक ऊपर प्रकार है, जिसमें कैंडल का ओपनिंग प्राइस तथा क्लोजिंग प्राइस एक समान होती है।
4 – कौन सा मोमबत्ती पाचन अच्छा है?
यह कोई नहीं बता सकता कि कौन सा कैंडलेस्टिक पेटर्न सबसे अच्छा है। क्योंकि हर एक कैंडलेस्टिक पेटर्न का मार्केट में अपना अलग महत्व है।
5 – आप कैंडलेस्टिक पेटर्न कैसे पढ़ते हैं?
कैंडल शेयर मार्केट में एनालिसिस करते समय पढ़ी जाती है। इसलिए आपको पहले कैंडलेस्टिक पेटर्न की पहचान होनी चाहिए।
6 – दोजी कितने प्रकार के होते हैं?
दोजी के कई प्रकार होते हैं, लेकिन प्रमुख पांच प्रकार यह है – लॉन्ग लेग डोजी, ड्रैगन फ्लाई डोजी, ग्रे स्टोन डोजी, स्टैंडर्ड डोजी, 4 प्राइस डोजी
Conclusion (Doji candlestick pattern in hindi)
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न को विस्तार से जानने की कोशिश की है। यहां पर दो जी का निर्माण, उसके पीछे की साइकोलॉजी, उसके अलग-अलग प्रकार इन सभी प्वाइंट्स को कवर करने की कोशिश की है।
डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न को जानकार ट्रेडर को कौन से बातों का ख्याल रखना चाहिए यह भी ऊपर बताने की कोशिश की है।
डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि सिर्फ एक कैंडल बनने से मार्केट में ट्रेड नहीं लेना चाहिए, अगली कंफर्मेशन कैंडल का इंतजार करने के बाद ट्रेड में उतरना चाहिए।
इस आर्टिकल में सभी जानकारी विस्तार से देने की कोशिश की है। फिर भी आपको इस कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में किसी प्रकार सवाल मन में आ रहे है तो आप हमें नीचे सवाल पूछ सकते हैं। हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपके सवालों का हल दे सके।

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Contents
- 1 1 – Doji candlestick pattern क्या है।
- 2 2 – डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न का निर्माण ( Formation of Doji candlestick )
- 3 3 – शैडो के अनुसार
- 4 Doji candlestick pattern types
- 4.1 1 – लॉन्ग लेग डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
- 4.2 ( Long legged Doji Candlestick pattern)
- 4.3 2 – ड्रैगन फ्लाई डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
- 4.4 ( Dragonfly Doji Candlestick pattern )
- 4.5 3 – ग्रेवस्टोन डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
- 4.6 ( Gravestone Doji Candlestick pattern )
- 4.7 4 – स्टैंडर्ड डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
- 4.8 ( Standard Doji Candlestick pattern )
- 4.9 5 – 4 प्राइस डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न
- 4.10 ( 4-Price Doji Candlestick pattern )
- 5 5 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न के पीछे की साइकोलॉजी
- 6 6 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न में स्टॉपलॉस एंड टारगेट
- 7 7 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न बुलिश होता है या बेसरिश
- 8 8 – डोजी कैंडलेस्टिक पेटर्न Advantage and Disadvantage
- 9 9 – ज्यादा जानकारी के लिए यह वीडियो देखे
- 10 FAQ (Doji candlestick pattern in hindi)
- 11 Conclusion (Doji candlestick pattern in hindi)
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